ज्ञान , ज्ञेय , प्राप्ति ----
ज्ञान क्या है??----
तज्ज्ञानं प्रशमकरं यदिन्द्रियाणां
ज्ञान वह है, जो इन्द्रियोंको शान्त करनेवाला हो ।
ज्ञेय क्या है ??
तज्ज्ञेयं यदुपनिषत्सुनिश्चितार्थम् ।
ज्ञेय वह है , जो उपनिषदोंमें भलीभाँति निश्चित किया गया हो ।
प्राप्ति किस प्रकार होगी ----
कुतर्कोंसे विरत होकर , श्रेष्ठ विद्वान गुरु की शरण लेकर उनके चरणपदुकाओं की सेवा करते हुए एकमात्र अक्षरब्रह्मके लिए प्राथना करनी पड़ेगी
सद्विद्वानुपसृप्यतां प्रतिदिनं तत्पादुका सेव्यतां ,
हर हर शंकर !!
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